Reserve Bank of India- रिजर्व बैंक ने बढ़ाया फिर से रेपो रेट , महंगा हुआ Loan Rate और EMI

Reserve Bank of India(RBI) : जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि आज एक बार फिर से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आम आदमी को झटका दिया है , महत्वपूर्ण रूप से जानकारी के लिए आप सभी को बता दे कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में 25 या फिर 0.25 फ़ीसदी की बढ़ोतरी (Rapo rate Hike) कर दी है ,

इसके बाद सभी प्रकार के लोन रेट काफी अधिक महंगी हो जाएगी, महत्वपूर्ण रूप से देश में महंगाई काबू में लाने के बावजूद फिर भी आरबीआई ने रेपो रेट को बढ़ाने का फैसला लिया है ।

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भारत देश में महंगाई का आंकड़ा लगातार कम होने के बावजूद फिर भी आरबीआई ने लगातार छठवीं बार रेपो रेट में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि आरबीआई के द्वारा रेपो रेट 6.25 से बढ़कर 6.50% बड़ गई है ,

इसका सबसे अधिक प्रभाव लोन रेट पर पड़ा है अब होम लोन से लेकर ऑटो रेट अन्यथा अन्य लोन रेट अधिक महंगे हो गए हैं , अन्यथा अब आप को ईएमआई भी अधिक चुकानी पड़ेगी , देश का बजट पेश होने के बाद आरबीआई एमपिसी की बैठक की और इस दौरान आम आदमी को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है।

 

9 महीने में रेपो रेट 2.50 % बढ़ गया

जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने मई 2022 से अब तक लगभग 6 बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है , इस दौरान कुल मिलाकर 2.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है,एमपीसी की सिफारिश के आधार पर पहली बार मई 2022 को रेपो रेट 0.4 प्रतिशत , 8 जून को 0.5 प्रतिशत , 5 अगस्त को 0.5%,30 सितंबर को 0.5%, अर्थात 7 दिसंबर को 0.35% बढ़ाया गया।

 

पड़ेगा यह असर :

जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से रेपो रेट बढ़ाने का अधिकार कार ,लोन होम लोन, पर्सनल लोन सहित अन्य सभी लोगों पर एवं ईएमआई मैं भी वृद्धि हो गई है , अन्यथा वित्तीय वर्ष 2022 -23 में वृद्धि दर बढ़कर 7% या फिर उससे अधिक जताई जा रही है , अगर हम आपको आसान भाषा में बताएं तो अगर बैंक से पैसे मिलेंगे मिलेंगे तो , लोन के ब्याज दर में बढ़ोतरी होगी एवं बैंक इसका सीधा असर ग्राहक को डालेगी ।

 

क्या है रेपो रेट :

जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि रेपो रेट वह दर है , जिस प्रकार आरबीआई अन्य सभी बैंकों को कर्ज देता है , अन्यथा रेपो रेट बढ़ने पर बैंकों के ऊपर अधिक प्रभाव पड़ता है , और इसकी पूरी भरपाई सभी बैंक ग्राहकों पर अधिक प्रभाव डालते हैं ।

 

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