Business Idea : केंचुए की खाद का अनोखा बिजनेस करके ये किसान बना लखपति, आप भी कर सकते है ये बिजनेस..

Business Idea :- अगर आप भी अपनी खेती में दिन रात मेहनत करके अच्छा मुनाफा नहीं कमा पा रहे हैं तो आज आपको खेती करने का एक ऐसा नया तरीका बताने वाले हैं जिससे कि आप अपनी खेती के साथ-साथ जैविक खाद बेच कर भी अच्छा पैसा कमा सकते हैं

तो आज आपको मिलवा आने वाले हैं राजस्थान के भीलवाड़ा में रहने वाले किसान सुशील उपाध्याय से जिन्होंने अपनी खेती के साथ-साथ केंचुए की खाद का भी एक नया व्यापार शुरू किया है जिससे वह अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं । तो आज किस लेख में विस्तार से बताने वाले हैं कैसे इस बिजनेस को स्टार्ट किया जाता है और कैसे इसमें मुनाफा कमाया जाता है

 

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केंचुए की खाद का अनोखा बिजनेस :-

रासायनिक कीटनाशकों और रासायनिक खाद का उपयोग करके खेती में काफी ज्यादा बुरे प्रभाव देखने को मिलते हैं और इससे काफी ज्यादा प्रदूषण भी होता है और जहरीली दवाइयां लगने के कारण फसल का दुष्प्रभाव पड़ता है लेकिन कुछ किसान जैविक खाद का उपयोग करके अपनी फसल से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।

इसमें किसान वर्मी कंपोस्ट ( केंचुए की खाद) का इस्तेमाल ज्यादा महत्व दे रहे हैं जैविक खाद में प्रचुर मात्रा में लाभकारी सूक्ष्म जीव कार्बन जीवांश प्रचुर मात्रा में होते हैं जो की फसल को अच्छा करते हैं इसी वजह से किसान वर्मी कंपोस्ट का बिजनेस भी कर रहे हैं I राजस्थान के किसान सुशील उपाध्याय केंचुए की खाद बनाकर अपनी फसल के साथ-साथ वह उसे खाद की बिक्री करके भी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं और इसकी जानकारी और किसानों को भी दे रहे हैं।

 

केंचुए की खाद का बिजनेस कैसे शुरू करें ?

सुशील उपाध्याय ने बताया है कि उन्होंने अपने खाली पड़े खेत पर जहां पर बंजर जमीन थी वहां पर ही वर्मी कंपोस्ट (केंचुए की खाद) बनाने के लिए अपने ही खेत में 30 बेड़ो को तैयार किया है जिसमें उन्होंने 4 लाख रुपए खर्च किए हैं ।

प्लास्टिक बैग बेचकर बेड को तैयार किया जाता है बेड पर केंचुए डालने के बाद उसके ऊपर से गोबर डालकर और कचरा और उन्हें खाने के लिए केले के पत्ते और पानी से नमी की जाती है 80-90 दिन बाद केंचुए से खाद प्राप्त कर लेते हैं यह खाद केंचुए 3 महीने में तैयार कर देते हैं ।

क्योंकि केंचुए के अंदर पोषण भरपूर और उत्तम पदार्थ मौजूद है,वर्मी कंपोस्ट में बदबू नहीं आती है और इससे किसी भी प्रकार का कोई प्रदूषण नहीं होता है और यह है मक्खी मच्छरों की रोकथाम करता है इसमें इस्तेमाल होने वाले केंचुए की प्रजाति का नाम Eisenia Fetide है सुशील उपाध्याय अपने गांव के कुछ किसानों को इस चीज की ट्रेनिंग भी दे रहे हैं।

 

केंचुए की बेड पर फसल :-

सुशील उपाध्याय ने बताया है कि उन्होंने अपने कछुए की बैठ के आसपास जगह जगह पर खीरा ककड़ी की फसल भी की है और उस में प्रचुर मात्रा में जैविक खाद का उपयोग कर रहे हैं जिससे उनकी फसल और भी ज्यादा अच्छी पैदावार कर रही है फसल करने के साथ-साथ वह वर्मी कंपोस्ट( केंचुए का खाद)  को किसानों को बिक्री भी कर रहे हैं I सुशील उपाध्याय बताते हैं कि अभी मेरे पास डेढ़ लाख रुपए की केंचुए की खाद उपलब्ध है ।

 

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किसान अपना रहे है नए Business Ideas :-

भारत में रहने वाले किसानों को इस तकनीकी के बारे में ज्यादा से नहीं पता है इसलिए भारत के किसान इस चीज को नहीं अपनाते हैं लेकिन कुछ ऐसे किसान भाई भी हैं जो इस चीज को अपनाकर अपनी फसल से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं और जैविक खाद (केंचुए की खाद का उपयोग) भी कर रहे हैं आप भी केंचुए की खाद बनाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हो जैसे राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले सुशील उपाध्याय कमा रहे हैं।

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