Financial minister on Crypto Regulations ; रविवार को बेंगलुरु में विभिन्न कार्यक्रमों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाषण के समय क्रिप्टो करेंसी के ऐसेट्स के रेगुलेशन पर ग्लोबल मंजूरी की सहमति की आवश्यकता पर अधिक जोर दिया है , उन्होंने बताया कि क्रिप्टो संपत्ति पर किसी प्रकार के भी रेगुलेशन के लिए सभी देशों की सहमति रखना काफी आवश्यक है , नहीं तो यह प्रणाली असरदार नहीं होगी ।
वर्ष 2023 का एजेंडा आइटम
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत ने वर्ष 2023 में जी-20 की अध्यक्षता के तहत क्रिप्टो ऐसेट्स के रेगुलेशन को मुख्य एजेंडा आइटम के रूप में रखा है । केवल इतना ही नहीं आईएमएफ और जिस तरह से करंसी आर्थिक व्यापक हितों को प्रभावित कर रही है उस पर एक पेपर पेश किया गया है ।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐसा बताया कि जी-20 में एक रिपोर्ट पेश करने के लिए सहमति मिल गई है जिसके लिए वित्तीय स्थिरता पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है इस दौरान आईएमएफ और एसएसबी दोनों की रिपोर्ट पर जुलाई महीने में चर्चा की जाएगी , अन्यथा सरकार का आधार को व्यापक बनाने के लिए कई प्रकार के कार्यों में जुटी हुई है ।
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टैक्स रेट्स पर भी बोली वित्त मंत्री सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि लोगों को टैक्स भरने के लिए उत्साहित करने के लिए टैक्स के नियमों में कई बदलाव किए गए हैं इस दौरान कम टैक्स दरों और कम छूट से दोनों को समान्तर किया जा रहा है ।
वित्त मंत्री ने उदाहरण के तौर पर बताया कि सैलरीड क्लास को ऐसा लगता है कि केवल वही टैक्स के शिकार हो रहे हैं और दूसरों पर सवाल नहीं उठाए जा रहे हैं परंतु ऐसा नहीं है अधिक खर्च पर अब टीडीएस भी लागू कर दी गई है और टैक्स के लिए नई नेटवर्क प्रणाली का विस्तार किया जा रहा है ।
निर्मला सीतारमण ने बताया महंगाई बढ़ने का प्रमुख कारण
निर्मला सीतारमण ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बात करते हुए कहा कि यूरोप में युद्ध हुआ कोविड-19 की स्थितियां खत्म भी नहीं हुई थी कि सामने में ईंधन खत्म की परेशानियां सामने आने लगी अर्थव्यवस्था की असुरक्षा देखी गई इस दौरान कई संगठनों ने नोट छापे और उसे बांटा भी इस तरह से महंगाई की दर की ड संख्या और अधिक बढ़ गई , जो कि वहां 30 – 40 साल की दरों में देखी गई थी ।
कई देशों में महंगाई का ग्लोबल असर देखा गया है
वित्त मंत्री ने कहा कि कुछ देशों में महंगाई की दर लंबे समय तक कम थी परंतु अब उन देशों में महंगाई की दर लंबे समय तक बढ़ती गई है क्योंकि कई देशों ने करंसी नोट छापे और लोगों में वितरित भी किए गए साथ ही साथ वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि अभी अर्थव्यवस्था अस्तित्व और मंदी के दौर में चल रही है जिसका असर पूरी दुनिया पर देखने को मिलेगा ।