RTO Rules 2024 : अगर देखा जाए तो वर्तमान में जो भी गाड़ियां मार्केट में उतारी जाती हैं वह सभी गाड़ियों को इस प्रकार बनाया जाता है कि वह मार्केट में लोगों को काफी अधिक पसंद आए और कंपनी वाले सभी गाड़ियों को ऐसा डिजाइन करते हैं कि वह उनकी तरफ से बेस्ट वर्क होता है , परंतु इसके बावजूद गाड़ियों को मॉडिफिकेशन करने का लाभ केवल अपनी पसंद पर निर्भर करता है ।
वही मॉडिफिकेशन करने से गाड़ियों की कीमत तो कम होती ही है साथ ही साथ गाड़ियों को बेचने में भी परेशानी आती है , क्योंकि मॉडिफिकेशन करने से गाड़ियों की कीमत में 10% की कमी आ जाती है । वाहन वैल्यू सीधे रिसेल वैल्यू पर प्रभाव डालता है , अन्यथा वेरिफिकेशन वाले कार को खरीदने के ग्राहक भी कम होते हैं ।
1) कार के टायर को अपग्रेड करके नया लुक देना:-
अगर हम कार के टायर की मेडीफिकेशन की बात करें तो यह दो तरीके से हो सकता है चौड़े टायर और बड़े टायर लगवाना , इससे गाड़ियों का लुक अधिक आकर्षित लगता है और गाड़ियों की गति भी अच्छी होती है ।
वहीं अगर देखा जाए तो एक्सीलरेशन, फ्यूल एफिशिएंसी पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है , इस मामले में यह सोच लेना चाहिए कि ऐसे टायर लगाएं से आप की गाड़ियों के लिए बेस्ट हो और बेवजह गाड़ियों के टायर और बॉडी से छेड़छाड़ ना करें , इन सभी बातों का ध्यान आपको रखना चाहिए नहीं तो आप कानूनी कार्यवाही में फस सकते हैं ।
2) गाड़ियों के रंगों में मॉडिफिकेशन:-
अगर देखा जाए तो आप अपनी खरीदी हुई कार को अपनी पसंद के अनुसार रंग करवा सकते हैं परंतु इसके लिए आपको आरटीओ RTO से अनुमति लेनी होगी , केवल अनुमति लेने से नहीं होगा अगर आपको अनुमति मिल भी जाती है तो आप रंग बदलवाने के बाद कार के असली सर्टिफिकेट में उसका नए रंग की जानकारी दर्ज करवानी होगी ।
इस तहत आपको इस बात का ध्यान रखना काफी आवश्यक है कि आप अपनी गाड़ी को सेना के हरे रंग के अनुसार रंग नहीं करवा सकते हैं अगर कोई भी गाड़ी सेना के हरे रंग जैसे मार्केट में दिखाई देती है तो उस पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाएगी और आप को जुर्माने का भी सामना करना पड़ सकता है ।
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3) सस्पेंशन Upgrade:-
बेहतर ड्राइविंग के लिए सभी कार में अपनी अन्य प्रकार की सुविधाएं करवाते हैं परंतु अगर देखा जाए तो आप अपनी सुविधा के लिए सस्पेंशन काफी बदलाव करते हैं अन्य कुछ गलत बात नहीं है सस्पेंशन को बनवाने से आप को कार चलाने में काफी सहजता महसूस होती है ।
परंतु आपको इस बात को लेकर एक बार अपने दिमाग में डाल लेनी चाहिए कि आप को सस्पेंशन बदलवाने के बाद अपनी कार से ग्राउंड क्लियरेंस की दूरी मैं किसी प्रकार का अंतर नहीं आना चाहिए नहीं तो आपको ट्रैफिक नियमों के अनुसार चालान के लिए तैयार होना पड़ेगा ।
4) व्रैपिंग पद्धति से गाड़ियों का रंग बदलना:-
जैसे कि हमने आपको बताया कि आपको गाड़ियों का रंग बदलने के लिए आरटीओ से अनुमति लेनी पड़ती है परंतु इन सब परेशानियों से बचने के लिए आप व्रैपिंग पद्धति का इस्तेमाल करके अपनी कार की बॉडी को विनाइल व्रैपिंग करवा सकते हैं, इससे आपकी गाड़ी का ओरिजिनल कलर भी बचा रहेगा और आपको किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा ।
5) हैडलाइट्स में नए-नए प्रकार के परिवर्तन:-
अगर देखा जाए तो सभी लोग अपनी कार में हेड लाइट में परिवर्तन के लिए हमेशा एलएलडी और डीआरएल टाइप की हेडलाइट का उपयोग करते हैं और उनसे लोगों को रोशनी के अधिक सुविधा मिलती है ।
परंतु इस मामले में आपको इस बात का अधिक ध्यान रखना चाहिए कि आप किसी भी कलर की हेड लाइट ना लगवाएं , जैसे कि हरा ,पीला ,नीला इत्यादि रंग बिरंगे हैडलाइट्स लगाना सख्त मना है अन्यथा आप को फिर से कानूनी कारवाही सामना करना होगा ।
अंत में हम आपको बताना चाहेंगे कि कार को मॉडिफिकेशन करना सही है परंतु मॉडिफिकेशन करने के लिए आपको हमारे द्वारा बताए गए नियमों का पालन करते हुए ही अपनी कार का मॉडिफिकेशन करना चाहिए इससे आप किसी प्रकार के कानूनी कार्यवाही और चालान के अंतर्गत नहीं आएंगे ।