Free में पूरा होगा डॉक्टर बनने का सपना , नीट यूजी पास करने के बाद मुफ्त में करें मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई , हॉस्टल की सुविधा भी होगी फ्री

Free Admission in NEET MBBS : गरीब परिवार के बच्चे जो मेडिकल की पढ़ाई का सपना देख रहे हैं उनके लिए बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर में स्थित ‘श्री मधुसूदन साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च’ मेडिकल कॉलेज (SMSIMSR) का उद्घाटन किया गया है ।

मुख्य रूप से आप सभी को बता दें कि गैर-व्यावसायीकरण की स्थिति से स्थापित किए गए इस मेडिकल कॉलेज यह वादा करता है कि यहां पर सभी बच्चों को फ्री में मेडिकल की पढ़ाई मुहैया कराई जाएगी ।

उद्घाटन भाषण के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में पिछले कुछ समय से मेडिकल सेवा को लेकर काफी ईमानदारी और कुशलता से कार्य किया जा रहा है , भारत देश में मेडिकल एजुकेशन से जुड़े हुए कई रिफॉर्मेशन किए गए हैं ।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

जानकारी के लिए आप सभी को बता दे कि चिकबलपुर मैं स्थापित श्री मधुसूधन साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज को एमबीबीएस 100 सीटें दी गई है , अन्यथा इस कॉलेज में ना केवल कोर्स फ्री होगा बल्कि हॉस्टल और भोजन बिल्कुल मुफ्त में मिलेगा , अन्यथा आपको बता दें कि इस मेडिकल कॉलेज की स्थापना सदगुरु श्री मधुसूधन साई के द्वारा की गई है ।

 

ये भी पढ़े :-

 

पढ़ाई के लिए नहीं देनी होगी फीस

जानकारी के लिए आप सभी को बता कि सदगुरु श्री मधुसूदन साईं के द्वारा स्थापित किया गया श्री मधुसूधन साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज मैं सभी छात्रों को एमबीबीएस करने के लिए किसी प्रकार की फीस नहीं देनी होगी और यह मोदी सरकार की ओर से  गरीब बच्चे जो एमबीबीएस करके डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हैं उनके लिए बड़ा तोहफा साबित हो रहा है ।

 

हॉस्टल के लिए भी नहीं लगेगी किसी प्रकार की भी फीस

मुख्य रूप से आपको बता दें कि यह मेडिकल कॉलेज 100 सीटों पर छात्रों का एडमिशन ले गया जिस पर 50 सीटें सरकारी मैनेजमेंट के द्वारा एडमिशन दिया जाएगा अन्यथा सबसे खास बात यह है कि इन दोनों कोटे में किसी प्रकार की फीस नहीं लगेगी , मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसा पता चला है कि ना केवल एडमिशन फ्री में होगा बल्कि पढ़ाई की सभी सुविधाएं जैसे की किताबे , कॉपियां और अन्य जरूरी सामान भी मुफ्त में मुहैया कराए जाएंगे अन्यथा सभी छात्रों को हॉस्टल की सुविधा भी पूरी तरह से मुफ्त में दी जाएगी ।

 

छात्रों को कॉलेज हॉस्पिटल में देनी होगी अपनी सेवा

जो छात्र इस कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए इच्छुक है उसे इस बात का मूल रूप से ध्यान रखना होगा कि ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद छात्रों को 5 साल तक हॉस्पिटल और कॉलेज में अपनी सेवा देनी होगी , और इसके लिए छात्रों को अपनी सहमति अवश्य देनी होगी , रिपोर्ट के अनुसार ऐसा पता चला है कि कर्नाटक एग्जामिनेशन अथॉरिटी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के द्वारा ऐसा कहा गया केईए सरकार के द्वारा छात्रों से मैट्रिक्स की फीस ली जाती है परंतु अगर कोई भी मेडिकल कॉलेज लिखित में इस बात को बताता है कि वह अपने छात्रों से फीस नहीं लेगा तो उससे फीस नहीं ली जाती है ।

Leave a Comment