Snake Bite Death: हमारे भारत के गांवो में सबसे ज्यादा लोगों की मौत सांप के काटने से होती है क्योंकि कई लोग अभी भी ऐसे हैं जो जंगल या खेती का काम है ऐसे में कई बार ऐसा होता है कि कई लोगों को सांप काट लेता है और अगर सांप ज्यादा होता है जहरीला तो उनकी मौके पर ही मौत हो जाती है और अगर सांप के काटने से परिवार के किसी खास सदस्य की मौत हो जाती है तो उनका पालन-पोषण भी बंद हो जाता है।
अगर हम गांव जैसी जगह की बात करें तो गांव में कई घर होते हैं। जहां एक ही इंसान के कंधों पर पूरे परिवार का भार होता है और जब वह खेती करने जाता है और सांप के काटने से किसी की मौत हो जाती है तो परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है। मगर अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि सरकार सांप के काटने से मरने वाले लोगों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है और इसके लिए योजना लेकर लेकर आई है जिसकी पूरी जानकारी आज हम आपको बताने वाले है ।
सांप काटने पर मिलेगा पैसा :-
यदि आपके परिवार या आपके घर के किसी सदस्य को सांप ने काट लिया है और सांप के काटने से उसकी मृत्यु हो गई है, तो ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश सरकार 4 लाख का मुआवजा करती है।। इस आपदा के लिए कार्रवाई 48 घंटे के अंदर पूरी होनी चाहिए।
मुआवजे की रकम पाने के लिए मृतक के परिजनों को सिर्फ दो सबसे अहम काम करने होंगे, जिसके बाद ही यह सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन उठाएगा. आपको बता दें कि अगर किसी की मौत सांप के काटने से हुई है तो सबसे पहले मृतक के परिजनों को तुरंत इसकी सूचना देनी चाहिए. इस हादसे की पूरी जानकारी लेखपाल को ही देनी होगी। इसके बाद ही पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि दी जाएगी, यह राशि पीड़ित के निकटतम रिश्तेदार के खाते में भेजी जाएगी. ।
वही सबसे महत्वपूर्ण दूसरी बात यह होगी कि पीड़ित को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया जाए और उसकी रिपोर्ट सांप के काटने की हो, रिपोर्ट में इसकी पुष्टि करना बहुत जरूरी होगा, बाद में यह रिपोर्ट स्थानीय लेखपाल को दी जाएगी, फिर लेखपाल को कानूनी तहसीलदार के माध्यम से यह मामला एसडीएम कार्यालय में ले जाया जाएगा, फिर इसकी पुष्टि की जाएगी, उसके बाद मुआवजे की पूरी राशि आपके खाते में आ जाएगी, इससे पीड़ित परिवार को बहुत मदद मिलेगी।
हर साल होती है हजारों मौतें :-
एक रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि हमारे भारत में सांप के काटने से रोजाना कई मौतें होती हैं और ये मौतें कई जगहों पर होती हैं जैसे गांव या शहर में जहां अभी भी घरों के आसपास अधिक पेड़-पौधे होते हैं, जैसे जंगल काफी है. ऐसे में बाहर निकलना जरूरी होता जा रहा है,
आपको बता दें कि भारत में हर साल सांप के काटने से 64000 लोगों की मौत हो जाती है, ऐसे में कई लोगों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है.लेकिन अब सरकार की ऐसी मदद से कई लोगों के घर तक चूल्हा नहीं बुझ पाएगा,
आपको बता दें कि इनमें से ज्यादातर मौतें ग्रामीण इलाकों में हुई हैं, सांप के काटने से महिलाओं की तुलना में पुरुषों की मौत ज्यादा होती है.क्योंकि ग्रामीण इलाकों में महिलाओं से ज्यादा पुरुष काम करने के लिए बाहर जाते हैं,
अगर बिहार की बात करें तो बिहार में ₹500000 के मुआवजे का प्रावधान किया गया है, ऐसी ही केरल में भी अब मधुमखी के काटने पर मुआवजा दिया जायेगा. कुछ जगहों पर सहायता योजना के दुरुपयोग के कुछ मामले सामने आ रहे हैं, जहां इस सहायता योजना का दुरुपयोग भी किया जा रहा है.