TRIA ORDER: – भारत में लगातार कुछ वर्षों से सिम स्वैप की धोखाधड़ी काफी तेजी से देखने को मिल रही है वही इस बढ़ती सिम स्वैप की धोखाधड़ी को कुछ हद तक कम करने के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने मोबाइल नंबर की पोर्टेबिलिटी (MNP) के नियमों में कुछ बदलाव किए हैं, उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण द्वारा बदले गए नियमों से सिम स्वॅपिंग से होने वाली धोखाधड़ी की तादाद में कमी आएगी ।
TRAI की ओर से नियमों में बदलाव :-
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण की ओर से यह प्रस्ताव दिया गया है कि सभी टेलीकॉम ऑपरेटर को यह चेक करना होगा कि उनके पास जो भी सिम पोर्टेबिलिटी के लिए आ रही है वह वैसी सिम तो नहीं है जो 10 दिन पहले सिम स्वैप की गई हो या फिर रिप्लेस की गई हो यह चेक करने की जिम्मेवारी टेलीकॉम ऑपरेटर की होगी,
ये भी पढ़े :- दूरसंचार मंत्री का कड़ा फैसला,अब नहीं मिलेगा आसानी से SIM कार्ड, कार्ड डीलर को लग सकता है 10 लाख 💸💸का जुर्माना
अगर टेलीकॉम ऑपरेटर के पास ऐसी सिम आती है तो उन्हें पोर्ट आउट या फिर पोर्ट इन को रोकते हुए यूनिक पोर्टेबिलिटी कोड को जनरेट नहीं करना है । वही इस सिलसिले में ट्राई निहित अधिकारियों से 25 अक्टूबर तक अपनी अपनी टिप्पणियां भी मांगी है ।
SIM पोर्टेबिलिटी पर होगी अधिक जांच :-
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के अनुसार अब ग्राहक को से पोर्टेबिलिटी के वक्त चाहे वह पुरानी सिम की पोर्टेबिलिटी हो या फिर नया सिम इशू करवाना हो इसके लिए अब कंपनी को और अधिक जानकारी देनी होगी और टेलीकॉम कंपनी को इस मामले में और अधिक सावधानी बरतनी होगी ।
ये भी पढ़े :- TRAI New Rule : TRAI ने जारी किए नए आदेश , अब बिना रिचार्ज के इतने दिनों तक बंद नहीं होगा सिम कार्ड
SIM card Swapping क्या है ?
आगे हमारी दी गई जानकारी के बाद आपके मन में यह प्रश्न तो अवश्य उठ रहा होगा कि आखिर सिम कार्ड स्वॅपिंग है क्या तो हम आपको बता दे कि कई जालसाजी लोग है जो अपनी नकली सिम को किसी व्यक्ति की असली सिम से बदल लेते हैं, इसके बाद वह टेलीकॉम कंपनी प्रोवाइड से आपकी नंबर से दूसरी सिम को जारी करवा लेते हैं, वहीं अगर आपका मोबाइल नंबर बैंक खाते से लिंक है तो सारी ओटीपी जालसाज के पास चली जाती है और आपके साथ बड़ी धोखाधड़ी हो सकती है ।
SIM card Swapping से इस प्रकार बचे :-
सिम कार्ड स्वॅपिंग से बचने का के लिए आपको सावधानी बरतनी होगी , नहीं नीचे दी गई बातों को हमेशा ध्यान में रखें :-
- अपने मोबाइल फोन को कभी भी किसी गैर को ना दे और ना ही अपने मोबाइल फोन को किसी गैर व्यक्ति के पास छोड़े क्योंकि ऐसा हो सकता है कि कोई व्यक्ति आपकी सिम निकाल कर बदल ले और आप सिम कार्ड स्वॅपिंग का शिकार हो जाए ।
- अगर आपकी सिम कार्ड कभी स्वॅपिंग के खतरे में आ भी जाती है तो अपने मोबाइल फोन को गलती से भी स्विच ऑफ ना करें क्योंकि कभी-कभी जल सर्च आपको इतना अधिक कॉल करेंगे कि आप परेशान होकर मोबाइल फोन को स्विच ऑफ कर देंगे परंतु इस दौरान जाल साज को टेलीकॉम कंपनी से आपकी सिम पोर्टेबिलिटी का मौका मिल जाता है ।
सिम कार्ड स्वॅपिंग की चपेट में तो जल्द करें यह काम :-
आप भी सिम कार्ड स्वॅपिंग की चपेट में आ चुके हैं तो आपको तुरंत इन कामों को करना चाहिए :-
- अगर आपकी सिम कार्ड अचानक से निष्क्रिय हो जाए तो अपने बैंकिंग पासवर्ड को तुरंत बदल ले और बैंक ब्रांच में जाकर अपने नंबर को रिमूव करवा ले ।
- इसके साथ ही साथ अपने टेलीकॉम ऑपरेटर को तुरंत संपर्क करें ।
- cybercrime.gov.in साइबर क्राइम की शाखा पर ऑनलाइन अपने शिकायत दर्ज कर सकते हैं ।