वर्तमान में यह बीमारी इतनी तेजी से फैल रही है कि अब तक 1200 से अधिक गायों की मौत हो चुकी है और 25000 से अधिक मवेशी संक्रमित है। उपचार के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
चर्म रोग वायरस जो लम्पी रोग के माध्यम से पशुओं को संक्रमित करता जा रहा है। यह बीमारी अप्रैल 2022 में पाकिस्तान में आया था और पाकिस्तान से भारत पहुंच चुका है।
इस बीमारी की वजह से पशुओं के वजन में कमी आती है और दूध के उत्पादन में भी गिरावट देखने को मिलती है। पशुओं के शरीर पर कई बड़े-बड़े धब्बे और दाद की तरफ निशान बन जाते हैं।
इस बीमारी का सबसे पहला इलाज रोकथाम और नियंत्रण है। नियंत्रण और रोकथाम का मतलब यहां पर यह है कि आपको अपने मवेशियों और पशुओं को दूसरे पशुओं के संपर्क में आने से बचाना है।
अपने पशुओं और मवेशियों को हल्दी के साथ नीम के पत्ते और जीरे का पाउडर इन सभी को गर्म पानी में मिलाकर ठंडा करने के बाद पशुओं को खिलाने से काफी हद तक पशुओं के प्रतिरक्षा तंत्र में बढ़ोतरी होती है।