Import Duty on Arhar Tur Dal 2023: केंद्र सरकार की तरफ से होली के त्योहार पर जनता को बड़ी राहत देते हुए कई खबरें सामने आ रही है इनमें से एक यह है कि सरकार ने हर रसोई में इस्तेमाल होने वाली साबुत अरहर / तुअर दाल (Arhar Tur Dal) पर इंपोर्ट ड्यूटी को पूरी तरह से निष्कासित कर दिया है , सरकार के इस कदम से आम आदमी के पैसों की काफी बचत होगी क्योंकि इस कार्य से बाजारों में मिलने वाली दालों की कीमत में आम आदमी को बड़ी राहत नजर आएगी ।
होली के त्योहार से ठीक पहले सरकार ने जनता को राहत देने के लिए महंगाई को थोड़ा कम करने का फैसला किया इस दौरान अब हम कह सकते हैं कि साबुत अरहर / तुअर दाल (Arhar Tur Dal) के आयात निर्यात पर लगने वाले ट्रेड्स को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है , हालांकि फिर भी साबुत तुअर दाल के अलावा अन्य अरहर दाल पर मुख्यता बेसिक इंपोर्ट ड्यूटी पहले की तरह 10 फीसदी लागू रहेगी ।
10 फ़ीसदी इंपोर्ट ड्यूटी को किया गया है कम
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि सरकार ने साबुत तुअर दाल पर 10 फ़ीसदी की इंपोर्ट ड्यूटी लगा रही थी परंतु अब इसे खत्म कर दिया है , वित्त मंत्रालय की तरफ से साबुत तुअर दाल पर इंपोर्ट शुल्क हटाने का आदेश 3 मार्च 2023 को दिया गया था और यह आदेश 4 मार्च वर्ष 2023 से लागू कर दिया गया है , मतलब यह त्योहार से पहले आप आसानी से सस्ती कीमतों में दाल खरीद सकते हैं ।
इन मामलों में सरकार ने दिखाई अधिक सख्ती
पिछले साल नवंबर में केंद्र सरकार की तरफ से एक नया आदेश लागू किया गया था इस आदेश के द्वारा राज्य सरकार को उनके राज्य में होने वाले साबुत अरहर / तुअर दाल (Arhar Tur Dal) ट्रेड्स की सारी जानकारी केंद्र सरकार को देनी होगी अर्थात FCI के पोर्टल पर नियमित रूप से स्टॉक बताना होगा । परंतु केंद्र सरकार का ऐसा मानना है कि इस तरह की कालाबाजारी को रोकने के लिए और बढ़ती कीमतों में थोड़ा रोकथाम करने के लिए देश के सभी ट्रेडर, इंपोर्ट, इंपोर्टर और स्टॉकेज पर नियम लागू किया जाएगा ।
इतना देखने को मिलेगा तुअर दाल का उत्पादन
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 – 23 में पिछले साल के मुताबिक 4.34 मिलियन टन से कम होकर 3.89 मिलियन टन रहने का अनुमान जताया जा रहा है , वहीं अगर वर्ष 2021- 22 की बात की जाए तो तुअर दाल का आयात निर्यात 7.6 लाख टन किया गया था ।