Fake GST Registration : जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अभी देश में एक जीएसटी रजिस्ट्रेशन के खिलाफ एक अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत देश में कई हजार गैर जीएसटी पंजीकरण रद्द किए जा रहे हैं , वहीं अब तक चेक जीएसटी रजिस्ट्रेशन अभियान के तहत 4900 से अधिक जाली जीएसटी पंजीकरण को रद्द कर दिया गया है , इसके अलावा फेंक जीएसटी रजिस्ट्रेशन अभियान में 17,000 जीएसटीआईएन का पता चला है ।
हाल ही में बुधवार को एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी कि 1.40 करोड़ कंपनियां पंजीकृत हैं, जबकि जीएसटी लागू होने से पहले पुरानी अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था मैं यह संख्या पूरी तरह से आधी थी ।
कई हजार GSTIN निलंबित एवं रद्द किए गए :-
महत्वपूर्ण तौर पर आप सभी को बता दें कि केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के सदस्य शशांक प्रिय ने यह कहा कि फर्जी पंजीकरण के खिलाफ अभियान को 16 मई से शुरू किया गया और इसके लिए फील्ड अधिकारियों ने 69,600 से अधिक जीएसटी पहचान संख्या (जीएसटीआईएन) को भौतिक रूप से सत्यापन के लिए सुनिश्चित किया है ।
वही शशांक प्रिय ने कहा कि अब तक इस संख्या में से कुल 59,000 जीएसटीआईएन को सत्यापित कर दिया गया है और लगभग 16,989 जीएसटीआईएन सत्यापित नहीं है , वही प्राप्त जानकारी के अनुसार कुल 69,600 जीएसटीआईएन में से 11,000 से अधिक जीएसटीआईएन को निलंबित कर दिया गया है और लगभग 4972 जीएसटी पंजीकरण को पूरी तरह से रद्द किया जा चुका है ।
फर्जी जीएसटी के खिलाफ 15 जुलाई तक चलेगा यह अभियान :-
शशांक प्रिय ने उद्योग मंडल एसोचैम के जीएसटी राष्ट्रीय सम्मेलन में महत्वपूर्ण तौर पर यह कहा कि फर्जी जीएसटी अभियान के खिलाफ ऐसे कई मामलों का पता चला है जिनमें से कुल मामलों का मिला कर 15,000 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी की जानकारी मिली है, वही कुल मिलाकर 1,506 करोड़ रुपये का इनपुट कर क्रेडिट (आईटीसी) को ब्लॉक कर दिया गया है
और लगभग 87 करोड़ की कर वसूली हुई है । फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन के खिलाफ यह अभियान 16 मई से शुरू किया गया है और लगभग 15 जुलाई तक चलेगा , क्योंकि जाली लोग लगातार जाली बिल और इनवॉइस बना कर आईटीसी हासिल कर लेते हैं और सरकार को चूना लगाते हैं ।