Electronic Royale Enfield (Bullet) : अपने आप में एक प्रशंसक और शाही सवारी है वही बुलेट की दुग..दुग.. दुग…दुग! करने वाली आवाज से तो आप भी परिचित होंगे ही दूर से ही आती इस आवाज से लोग पहचान जाते हैं कि बुलेट आ रही है । आपने कभी सोचा है बुलेट आपके नजदीक से पार हो जाए और आपको इसका अनुभव तक ना हो ? अब आपको हमारी यह बात काफी आश्चर्यचकित लग रही होगी , परंतु आपको बता दें कि यह बात पूरी तरह से सच है ।
GASOLINE ELECTRONIC BULLET :-
जब भारत देश तेजी से ऑटो सेक्टर में इलेक्ट्रीफाइड हो रहा है तो ऐसे में रॉयल इनफील्ड बुलेट के इलेक्ट्रॉनिक अवतार का इंतजार तो सभी कर रहे हैं , रॉयल इनफील्ड की इलेक्ट्रिफिकेशन को लेकर कंपनी ने अपने इरादों को जाहिर कर दिया है , रॉयल इनफील्ड की इलेक्ट्रॉनिक बेस्ट मॉडल को लाने में काम कर रहे हैं।
आज हम आपको इलेक्ट्रॉनिक बुलेट से भी रूबरू कराने वाले हैं जिसे बेंगलुरु के बेस्ड बुलेटियर कस्टम्स (Bulleteer Customs) ने तैयार किया है और अधिक खास बात यह है कि इस इलेक्ट्रॉनिक बुलेट का नाम इन्होंने “Gasoline” रखा है । चलिए अब आपको इस इलेक्ट्रॉनिक बुलेट के बारे में और कई खास बातें बताते हैं :-
कहां से आया Electronic Bullet का आईडिया :-
बुलेटियर कस्टम्स पिछले 16 वर्ष से रॉयल इनफील्ड की गाड़ियों को कस्टमाइजेशन करने का काम करते आ रहे हैं , हाल ही में इन्होंने 1984 के रॉयल एनफील्ड के मॉडल को इलेक्ट्रॉनिक अवतार में डेवलप कर दिया है ।
फर्म के फाउंडर रिकार्डो परेरा (Ricardo Pereira) का कहना है कि उनके पास उनके पिता के द्वारा तोहफे में दी गई 1984 मॉडल की रॉयल इनफील्ड थी , और वह अपने बेटे को एक इलेक्ट्रॉनिक बाइक देना चाहते थे , और इस प्रकार उन्होंने 1984 के रॉयल एनफील्ड मॉडल को इलेक्ट्रॉनिक रूप से डेवलप करने का सोचा और इसमें लुक और डिज़ाइन के साथ-साथ मैकेनिज़्म पर महीनों काम करके gasoline electronic bullet को तैयार किया ।
Gasoline की Speed और Performance :-
गैसोलीन इलेक्ट्रॉनिक बुलेट रेगुलर मोड पर 90 किलोमीटर और क्रॉनिक मोड में 100 किलोमीटर से ज्यादा तक की रेंज देती है, वहीं इसकी बैटरी को फुल चार्ज करने में 7 घंटे का समय लगता है और यह किसी भी घरेलू सॉकेट से चार्ज किया जा सकता है, और इसकी टॉप स्पीड 110 किलोमीटर है ।