भारत और एशिया के सबसे बड़े रईसों में आने वाले नामों में से एक मुकेश अंबानी भी है, दरअसल मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की सहयोगी कंपनी फर्म रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (RSIL) को अलग करके एक नई कंपनी बनाने की तैयारी कर रहा है, और यह बड़ा ऐलान 8 जुलाई को सुनिश्चित किया गया था परंतु आज 20 जुलाई को इसके डिमर्ज की घोषणा कर दी जाएगी ।
आज होगा कंपनी का डिमर्ज :-
भारत और एशिया में काफी लंबे समय तक व्यापार करने वाली रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड का आज डिमर्ज कर दिया जाएगा और डिमर्ज के बाद इस कंपनी का नाम बदलकर जिओ फाइनेंसियल सर्विस लिमिटेड (JFSL) कर दिया जाएगा, इसके बाद 20 जुलाई यानी कि आज समूह कंपनी की मीटिंग में शेयर धारकों का निर्धारण किया जाएगा जो रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के नए इक्विटी शेयर प्राप्त करने के सही हकदार है ।
कौन संभालेगा नई कंपनी की कमान :-
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि इस साल मार्च में मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड सहयोगी कंपनी रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के डीमर्जर करने की योजना बना रही है और आज इस योजना पर फैसला ले लिया जाएगा एवं रिलायंस की ओर से कहा गया कि डिमर्ज के बाद कंपनी का नाम बदलकर जिओ फाइनेंसियल सर्विस लिमिटेड (JFSL) कर दिया जाएगा और इसकी कमान एमडी हितेश कुमार सेठी को सीईओ के रूप में कंपनी की कमान संभालने की अनुमति दी जाएगी ।
क्यों किया जा रहा है डिमर्ज :-
रिलायंस का ऐसा मानना है कि फाइनेंस स्ट्रेटजी की ग्रोथ और अधिक विस्तार के लिए एक नई प्रणाली की आवश्यकता है , और स्ट्रैटजी को तैयार करने के लिए काफी अधिक मेहनत की आवश्यकता पड़ती है और इस फील्ड की नेचर और कंपटीशन दूसरे फील्ड के मुताबिक पूरी तरह से अलग होता है ,इसमें निवेशक, पार्टनर, लेंडर और दूसरे स्टोकहोल्डर्स का मिजाज अन्य फील्ड की तरह अलग होती है , यही कारण है कि रिलायंस डिमर्ज का फैसला लिया जिससे रिलायंस इंडस्ट्री के शेरहोल्डर्स के लिए वैल्यू अनलॉक होगी ।
कितना है कंपनी का टोटल नेटवर्थ :-
अनुमान के अनुसार कहा जा सकता है कि कंपनी की कुल संपत्ति लगभग 1,50,000 करोड़ रुपये है , और इसमें से 1,10,000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी के है और शेष बची हुई राशि रियल नेटवर्थ के रूप में होगी, इसकी तुलना में वर्तमान में बजाज फाइनेंस की टोटल नेटवर्थ जो सबसे अधिक है कुल 44,000 करोड़ रुपये है ।
शेयरधारकों को दिया जाएगा स्टॉक :-
कंपनी की ओर से कहा गया है कि डिमर्ज के बाद शेयरधारकों को रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रति शेयर के बदले रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड का एक शेयर दिया जाएगा , वहीं कंपनी के डिमर्ज के बाद रिलायंस इंडस्ट्री कंपनी अपने वित्तीय सर्विस पर बेहतर तरीके से ध्यान दे पाएगी ।
महत्वपूर्ण रूप से आप सभी को बता दे कि प्राइस डिस्कवरी में रिलायंस स्ट्रैटेजिक इनवेस्टमेंट लिमिटेड (RSIL) डीमर्ज होने के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (नया नाम) के स्टॉक की वैल्यू 261.85 रुपये प्रति शेयर तय सुनिश्चित की गई है ।
क्या होगा (JFSL) का बिजनेस :-
रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के डीमर्जर के बाद जिओ फाइनेंसियल सर्विस लिमिटेड (JFSL) के बारे में मुकेश अंबानी ने बताया कि इस कंपनी के तहत रिलायंस इंडस्ट्रियल इनवेस्टमेंट एंड होल्डिंग्स, रिलायंस पेमेंट सॉल्यूशंस और जियो पेमेंट्स बैंक, रिलायंस रिटेल फाइनेंस एवं जियो इन्फॉर्मेशन एग्रीगेटर सर्विसेज और रिलायंस रिटेल इंश्योरेंस ब्रोकिंग यह सभी सर्विस फाइनेंस सर्विस लिमिटेड कंपनी के अंतर्गत आएंगे ।