Chandrayaan -3 :-अंतरिक्ष की दुनिया में आज भारत के लिए काफी गर्व का दिन है , आज भारत में चंद्रयान- 3 को आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से IST 2:35 में सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है, चंद्रयान के लॉन्चिंग के वक्त कामडाउन की गूंज लोगों के शरीर के रोम को छू रही थी, आज ना केवल ISRO का ड्रीम प्रोजेक्ट चंद्रयान 3 लॉन्च हुआ है बल्कि अंतरिक्ष की दुनिया में भारत ने एक नया इतिहास रचने के लिए अपने कदम को बढ़ा दिया है । चंद्रयान के लॉन्च होने के बाद पूरे 2 महीने तक ना केवल इसरो साइंटिस्ट बल्कि पूरे देश की धड़कनें बरकरार रहेंगी कि चंद्रयान कब Chandrayaan-3 चंद्रमा की सतह पर उतरेगा ।
Dream project Chandrayaan -3 :-
chandrayaan-2 जो पूरी सफलता पूर्वक तैयारी के साथ लांच किया गया था परंतु चंद्रमा पर लैंडिंग के वक्त कुछ टेक्निकल गड़बड़ी के कारण फेल हो गया था परंतु इस बार पूरी तैयारी के साथ chandrayaan-3 को लॉन्च किया गया है और इस बार उम्मीद जताई जा सकती है कि chandrayaan-3 सफलता पूर्वक चांद की सतह पर उतरेगा , चंद्रयान -3 के पूरे मिशन में 615 करोड़ की लागत लगी है , 42 दिनों की यात्रा के बाद chandrayaan-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरना शुरू होगा chandrayaan-3 के लॉन्च के लिए LVM-3 लॉन्चर का उपयोग किया गया है ।
42 दिनों में चंद्रमा की सतह पर पहुंचेगा chandrayaan-3 :-
ISRO साइंटिस्ट की ओर से बताया गया है चंद्रयान-3 ,23 अगस्त तक चंद्रमा की कक्षा पर पहुंच सकता है और चंद्रयान 3 चंद्रमा की 100X100 किलोमीटर कक्ष पर जाएगा , इसके बाद विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर प्रोपल्शन मॉड्यूल चंद्रयान -3 से अलग हो जाएंगे। 23 अगस्त से चंद्रयान की गति को धीमी कर दिया जाएगा और चंद्रमा लैंड करने का कमांड दिया जाएगा ।
आज का दिन होगा ‘स्वर्ण अक्षरों’ में अंकित :-
पीएम मोदी ने chandrayaan-3 के लांच पर ISRO साइंटिस्ट और पूरे देश को बधाई देते हुए कहा कि यह भारत के लिए काफी गर्व की बात है भारत का अंतरिक्ष इतिहास के लिए 14 जुलाई 2023 का दिन हमेशा ही स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया जाएगा , वहीं प्रधानमंत्री ने कहा कि चंद्रयान-3 हमारे देश की आशाओं और महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाते हुए अपनी यात्रा को शुरू चुका है और इसकी सफलता से भारत एक नए इतिहास को लिखने के लिए तैयार है।